टेंडर में टेम्परिंग कर शिव-राज में उपकृत हो रहीं थी गुजरात की कंपनी


मनीष कंपनियों से मांगता था 1.5% कमीशन, टेंडर दिलाने पर मिले थे 3 करोड़ 33 लाख


भोपाल। ई -टेंडर घोटाले की जांच कर रही एजेन्सी ईओडब्ल्यू ने मामले में चौकाने वाले खुलासे किए हैं। जांच में सामने आया है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में गुजरात की कंपनियों को उपकृत किया जा रहा था। एजेन्सी की जांच में सामने आया है कि मनीष टेंडरों में टेंपरिंग कर अपनी पंसद के लोगों को कॉन्ट्रैक्ट दिलाने के लिए टेंडर की कुल रकम का 1.5% कमीशन लेता था। जांच एजेंसी ने खुलासा किया है कि गुजरात के हरेश सोरठिया वेल्जी रत्न एंड कंपनी ने टेंडर दिलाने के बदले मनीष के बैंक खातों में 3 करोड़ 33 लाख रुपए कमीशन के ट्रांसफर किए थे। बाद में सोरठिया के मांगने पर मनीष ने 50 लाख रुपए वापस भी किए थे। मनीष ने सोरठिया से 1.5 प्रतिशत कमीशन मांगा था, लेकिन सोरठिया ने एक प्रतिशत देना तय किया था। सोरठिया ने 330 करोड़ रुपए के ई-टेंडर में टेंपरिंग कर एल-1 होने के लिए मनीष को 3 करोड़ 33 लाख रुपए कमीशन दिया था। जांच एजेंसी को मनीष के खाते से 2 करोड़ 83 लाख मिले हैं। ई-टेंडर घोटाले के मास्टरमाइंड और बिचौलिए की भूमिका में सामने आया मनीष खरे फिलहाल जेल में है। मनीष ने 2015 में माइल स्टोन बिल्डर्स एंड डेवलपर्स, माइन स्टोन इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट, माइन स्टोन मार्केट एंड डेवलपर नाम की तीन कंपनियां बनाई थीं। इसके बाद 2016 में वह ऑस्मो आईटी कंपनी के संपर्क में आया और इसके बाद उसके दिमाग में टेंडरों में टेंपरिंग की बात आई।


 हेरफेर कर कंपनी को दिलाया टेंडर


दरअसल जल संसाधन विभाग के टेंडर नंबर-1044 में सोरठिया वेल्जी एंड रत्ना कपंनी चौथे नंबर पर थी। इस टेंडर में टेंपरिंग से पहले न्यूनतम बिड वेल्यू 116 करोड़ थी, जिसमें टेंपरिंग के बाद वेल्जी कंपनी एल-1 होकर पहले नंबर पर आ गई और उसे टेंडर मिल गया।


कंप्यूटर सुधारने की दुकान खोल की थी शुरुआत


खुद 8वीं पास मनीष ने अपने कॅरियर की शुरुआत 2005 में कामधेनु कॉम्पलेक्स में स्क्रीन प्रिंटिंग और कम्प्यूटर सुधारने की दुकान से की थी। वह खुद को सेंट जेवियर स्कूल, रांची का विद्यार्थी के साथ ही आईआईटी कानपुर का छात्र भी बताता था, जबकि वह मात्र कक्षा 8 तक ही पढ़ा था।
उसकी फेसबुक प्रोफाइल में भाजपा और कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं के अलावा पुलिस और प्रशासन से जुड़े चर्चित चेहरे देखे जा सकते हैं।


अवैध कमाई से जुटाई अकूत संपत्ति


हाईप्रोफाइल लोगों से सांठगांठ कर उनसे दोस्ती करने और ऐशो-आराम की जिंदगी जीने के शौकीन मनीष का भोपाल के चूनाभट्‌टी स्थित अमलतास फेज-3 में 15 नंबर आलीशान बंगला है। मकान के तीसरे फ्लोर पर स्वीमिंग पूल भी बना हुआ है। 8वीं पास मनीष ने अपने दोनों बेटों का एडमिशन नैनिताल के उसी शेरवुड स्कूल में कराया था, जिसमें अमिताभ बच्चन पढ़ चुके हैं।


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