वैज्ञानिकों का कहना है कि यह धरती से नहीं टकराएगा
बेंगलुरु । 29 अप्रैल यानी की कल सुबह क्षुद्र ग्रह धरती के पास से गुजरने वाला है। इसको लेकर लोगों में दहशत पैदा हो गई है कि क्या यह धरती से टकराएगा या इससे कोई प्रलय आने वाला है। सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर खूब बातें हो रही हैं। हालांकि, वैज्ञानिकों ने लोगों की आशंकाएं दूर करते हुए कहा कि यह धरती से नहीं टकराने वाला और यहां तक वह धरती से 60 लाख किलोमीटर दूर रहेगा। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज नैनीताल ने इसको लेकर लोगों की आशंकाएं दूर करते हुए कहा है कि क्षुद्र ग्रह से डरने की जरूरत नहीं है। भारतीय तारा भौतिकी संस्थान बेंगलुरु ने भी स्पष्ट किया है कि1.2 मील चौड़ा ग्रह के धरती से टकराने की संभावना बिलकुल नहीं है। ऐसे कितने ही छोटे ग्रह धरती से अक्सर गुजरते रहते हैं।
ऐसा लगा मास्क पहन रखा हो
प्यूर्टो रिको स्थित अरेसिबो ऑब्जर्वेटरी ने इसकी तस्वीर ली है। इस क्षुद्र ग्रह का नाम 52768 (1998 OR2) और इसकी खोज 1998 में की गई थी और इसलिए इसके नाम के साथ 1998 जुड़ा हुआ है। 29 अप्रैल को यह प्रति घंटे 19,461 मील की रफ्तार से चलेगा। नासा में प्लेनेटरी रेडार की चीफ एनी विरक्की ने इसकी तस्वीर देखकर कहा था, 'क्षुद्रग्रह 1998OR2 पर मौजूद पहाड़ों और पर्वत श्रेणियों की आकृतियां वैज्ञानिक रूप से काफी आकर्षित करने वाली हैं। चूंकि हम सभी इस वक्त कोविड19 के बारे में सोच रहे हैं, 1998 OR2 पर मौजूद ये फीचर हमें मास्क पहनने की याद दिलाते हैं।' नासा के सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के मुताबिक, यह ग्रह 29 अप्रैल की सुबह 5.56 बजे गुजरेगा।
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