भोपाल । भोपाल जोन के आईजी एडीजी उपेंद्र जैन ने दावा किया है कि भोपाल पुलिस में जमातियों के जरिए कोरोना का संक्रमण हुआ है। उन्होंने दावा किया है कि दिल्ली मरकज से आए जमातियों से पुलिस में कोरोना की चेन बनी है। एडीजी उपेंद्र जैन के अनुसार ऐशबाग और जहांगीराबाद क्षेत्र से पुलिस कर्मियों में कोरोना का संक्रमण शुरू हुआ।जमातियों के आने की वजह से यहां संक्रमण फैला है। इसी इलाके की मस्जिदों में जमाती ठहरे थे।
एडीजी उपेंद्र जैन के मुताबिक पुलिसकर्मी थाने गए, घर गए, स्टाफ से मिले, परिजनों से मिले, साथी पुलिस कर्मियों से मिले। इस तरह से पुलिस और परिजनों में कोरोना की लम्बी चेन बनी। उन्होंने कहा एनालिसिस करने पर जमातियों से कोरोना फैलने का पता चला है। शहर में 32 विदेशी और देशी जमातों की जांच पड़ताल की गई थी।
8 थाने कोरोना से संक्रमित
राजधानी भोपाल के कुल आठ थाने कोरोना से संक्रमित हैं। यहां के पुलिसकर्मी पॉजिटिव निकले हैं। उपेंद्र जैन ने बताया कि हमारे 29 पुलिसकर्मी और उनके 22 परिवार कोरोना से इन्फेक्टेड पाए गए हैं। पहली बात यह उभर कर आई कि कई मस्जिदों में जमात ठहरी हुई थी, जिसमें विदेशी और स्वदेशी दोनों थे। जब दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के बारे में जानकारी मिली तब शुरू हुई पड़ताल में पता चला कि भोपाल में भी कई जमाती है, जो कि मरकज मेें शामिल होकर भोपाल आए हैं।
मस्जिदों में जाकर जमातियों से जानकारी जुटाई
एडीजी उपेंद्र जैन ने बताया कि हमारे कई पुलिसकर्मियों को उन मस्जिदों में जाना पड़ा। इस बात का पूरा अंदाज भी नहीं था कि सही तौर पर वहां कौन लोग हैं और कितने उसमें में इन्फेक्टेड होंगे। यह सारी कहानी बाद में अनफोल्ड हुई। उस दौरान एक-एक मस्जिद में जाकर हमारे पुलिसकर्मियों ने संपर्क किया और जमातियों को ढूंढा। करीब 32 जमाते यहां पर थी। बाद में उनमें कई इन्फेक्टेड भी पाए गए। उस दौरान हमारे पुलिसकर्मियों में इंफेक्शन हुआ। उन्होंने बताया कि विशेष रूप से थाना ऐशबाग और जहांगीराबाद के क्षेत्र में यह कहानी हुई। फिर वह जब अपने घरों में गए तो अपने परिवार के सदस्यों को इन्फेक्शन दे दिया। पुलिस कॉलोनी में फिर दूसरे लोग इन्फेक्टेड हुए। फिर दूसरे पुलिसकर्मी इन्फेक्टेड हुए। दूसरे थानों में फैला। इस तरह कोरोना संक्रमण के शिकार लोगों की चेन बनती गयी।
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