सप्ताह में तीन खगोलीय पिंडो से पृथ्वी के सामना की दुर्लभ खगोलीय घटना का विज्ञान बताया सारिका ने
भोपाल। आगामी 7 दिनों में पृथ्वी का सामना हाने जा रहा है सौर परिवार के दो विषालकाय ग्रहो बृहस्पति, शनि और परित्याग किये गये छुद्रग्रह प्लूटो से। 14 जुलाई को सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह जुपिटर पृथ्वी के ठीक सामने होगा तो 16 जुलाई को छुद्रग्रह प्लूटो और 20 जुलाई को रिंग वाला सेटर्न पृथ्वी की ठीक सीध में होगा। नेषनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि पृथ्वी के इन ग्रहो और सूर्य के बीच में आकर एक सीध में आने की खगोलीय घटना अपोजीषन कहलाती है। पृथ्वी द्वारा 365 दिन में सूर्य की परिक्रमा करने से साल में सभी बाहरी ग्रह कभी न कभी सीध में आते ही हैं लेकिन सात दिन के अंदर दो विषालग्रहों एवं एक छुद्रग्रह का सीध में आना दुर्लभ घटना है।
सारिका ने बताया कि जुपिटर एट अपोजिषन की घटना में 14 जुलाई को दिन में 1 बजकर 16 मिनिट की स्थिति में बृहस्पति, पृथ्वी और सूर्य तीनों एक सीध में होंगे जिसमें पृथ्वी बीच में होगी। इस घटना में शाम को जब पष्चिम में सूर्य अस्त हो रहा होगा तो उसी समय 7 बजकर 43 मिनिट पर पूर्व में जुपिटर बृहस्पति उदित हुआ दिख रहा होगा। मध्यरात्रि मं 12 बजकर 28 मिनिट पर यह साल में आपके सबसे पास होगा। सुबह सबेरे 5 बजकर 9 मिनिट पर यह दिखना बंद होते हुये अस्त हो जायेगा।
इस समय जुपिटर की दूरी, पृथ्वी से सूर्य की दूरी की 4.14 गुना होगी और वह माईनस 2.7 मैगनीट्यूड से चमक रहा होगा। किसी बाइनाकुलर की मदद से इसे इसके चार मून के साथ देखा जा सकेगा। 16 जुलाई को सौरमंडल से परित्याग किया गया छुद्रग्रह प्लूटो ,पृथ्वी और सूर्य सुबह सबेरे 7 बजकर 47 मिनिट पर एक सीध में होंगे । वहीं एक सप्ताह के अंदर ही 20-21 जुलाई की मध्यरात्रि 3 बजकर 44 मिनिट पर रिंग वाला सबसे अधिक चर्चित ग्रह शनि और पृथ्वी एक सीध में आ जायेगी। सारिका ने जानकारी दी कि कम अवधि में इन दो बडे ग्रहो के सीध में आने की घटना इसके पहले सन 2000 में हुई थी जब पृथ्वी 19 नवम्बर को सेटर्न एवं 28 नवम्बर को जुपिटर की सीध में आई थी लेकिन तब भी 9 दिन का अंतर था।
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