-वैक्सीन की विशेषता बतायें, उसे विष न बतायें
-स्वयं के व्यय पर सामाजिक जिम्मेदारी के लिये सारिका का समधुर प्रयास
भोपाल। अब जबकि देश में निर्मित दो वैक्सीन को हैत्थ वर्कर को लगाते हुये 20 दिन बीत जाने पर भी 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति में कमी देखी जा रही है तब वैेक्सीन संजीवनी है, हमारी जीवनी है का संदेश देने सारिका घारू इन दिनों समधुर तरीकों से वेैक्सीन का महत्व बताते हुये उससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर कर उसे लगवाने को प्रेरित कर रही हैं।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका समधुर गीतों के माध्यम से वेैक्सीन को बनाने में वैज्ञानिकों को महत्वपूर्ण योगदान को बताते हुये इसे कोरोना की हार का अंतिम शस्त्र बताते हुये वैक्सीन लगवाने के लिये मानसिक रूप से प्रेरित कर रही है। सारिका ने बताया कि इस समय समाज के उच्च क्षितित वर्ग को वेैक्सीन लगाई जा रही है। अगर इनके द्वारा वेैक्सीन के बारे में सोशलमीडिया में आने वाले मिथक को दूर किया जायेगा तो आने वाले माह मे अन्य वर्गो तक अफवाहो को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।
सारिका ने बताया कि भारत सरकार के विज्ञान सचिव आशुतोष शर्मा के उत्प्रेरण से वें स्वयं अपने व्यय पर समाज में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुये विभिन्न स्थानों पर वैक्सीन का महत्व बताते हुये उसके वैज्ञानिक तथ्यों को भी समझा रही है।
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