वाहनों के हॉर्न पर बजाकर जताया विरोध, आम नागरिकों का भी मिला साथ
जयपुर। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने महंगाई के विरुद्ध जयपुर के कलेक्ट्री सर्किल पर धरना दिया एवं राष्ट्रपति के नाम जयपुर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।प्रदर्शनकारियों ने अपने वाहनों को कलेक्ट्रेट सर्किल के दोनों तरफ लाइन लगाकर तेज आवाज पर एक साथ होर्न बजाकर केंद्र सरकार का पेट्रोल डीजल एवं रसोई गैस की आसमान छूती कीमतों की ओर ध्यान आकर्षित किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में तख्तियां लेकर जबरदस्त नारेबाजी की। होर्न बजाने की दौरान सड़कों पर चल रहे राजधानी के आम नागरिकों ने भी अपने वाहन रोककर आसमान छूती तेल की कीमतों के विरोध मे होर्न बजा कर अपना विरोध प्रदर्शन जताया।भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता प्रो.सी.बी.यादव ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन ने पूरे राज्य में आज बढ़ती हुई महंगाई के विरुद्ध हल्ला बोल कार्यक्रम की घोषणा की है जिसके तहत प्रत्येक तहसील,उपखंड एवं जिला स्तर पर महंगाई के विरुद्ध हल्ला बोल प्रदर्शन एवं राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक किसान संगठन पिछले 8 माह से तीन कृषि कानूनों की वापसी को सड़कों पर आंदोलनरत है। लेकिन जिस तरह से बंगाल चुनाव के उपरांत मोदी सरकार ने पेट्रोल डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में अनियंत्रित वृद्धि प्रारंभ की है उससे कोरोना महामारी के दौरान पहले से ही त्रस्त किसान एवं आम नागरिक का जीवन दूभर हो गया है। सरकारे मस्ती में 3% की बढ़ोतरी को ऐतिहासिक करार देती है जबकि पेट्रोल डीजल की कीमतों में पिछले 1 वर्ष में 30% से अधिक की बढ़ोतरी हो गई है। धरने के दौरान पूर्व विधायक घासीलाल मेघवाल, दलित मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष अब्दुल लतीफ आरको, दस्तार पिछड़ा महासंघ के अध्यक्ष मुरारीलाल जांगिड़, सीपीआई से निशा सिद्धू, अंबेडकर विचार मंच के जिलाध्यक्ष मेहताराम काला, बीकेयू के पदाधिकारियों में धर्मेंद्र आचरा, पवन देव, अजीत कस्वा, चेनाराम चौधरी, बीरबल गोवा, हवासिंह बुगालिया, मिनाक्षी, प्रदीप सारण, सुभीता बुगालियां, अनिता धायल, श्याम सेन, कन्हैया लाल जाखड़, राहुल चौधरी, मंजू लता, शिशुपाल,बंशीधर, विकास बुडानिया सहित कई प्रदर्शनकारी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल डीजल एवं रसोई गैस की बढ़ती हुई कीमतों के विरोध अपने विचार प्रकट करके रोष व्यक्त किया। वक्ताओं ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोरोना महामारी के दौरान लोगों की मदद करने की स्थान पर मोदी सरकार पेट्रोल डीजल एवं घरेलू गैस की कीमतें लगातार बढ़ाकर उनकी जेब से वसूली कर रही है। दुनिया में केवल भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां महामारी के दौरान पेट्रोल डीजल से सरकार के राजस्व में 5 गुना बढ़ोतरी हुई है। प्रदर्शनकारियों ने मोदी सरकार के विरुद्ध जबरदस्त रोष व्यक्त किया है।
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