हां स्त्री हूं मैं....
एक बेटी जिसको परवाह है हर पल
अपने पिता के मर्यादा की...!!
हर क्षण मैं प्रयासरत रहती हूं कि
कोई त्रुटि न हो जाए....
हां स्त्री हूं मैं.......
एक बहन जिसे हरदम निभाना है
स्नेह का अटूट बंधन.....!!
हर क्षण मैं प्रयासरत रहती हूं कि
कोई त्रुटि न हो जाए....
हां स्त्री हूं मैं.......
एक संगिनी जिसे सहेजे रखना है
जीवनसाथी के विश्वास को...!!
हर क्षण मैं प्रयासरत रहती हूं कि
कोई त्रुटि न हो जाए....
हां स्त्री हूं मैं.......
एक मां जिसे न्यौछावर करना है
ममता अपनी संतान पर....!!
हर क्षण मैं प्रयासरत रहती हूं कि
कोई त्रुटि न हो जाए....
हां स्त्री हूं मैं.......
एक मित्र जिसे मैत्री के पवित्र रिश्ते को
कभी धूमिल नहीं होने देना है...!!
हर क्षण मैं प्रयासरत रहती हूं कि
कोई त्रुटि न हो जाए....
हां स्त्री हूं मैं.......
एक संवेदनशील इंसान जिसे परवाह है
आत्मीय रिश्तों को संभाले रखने की...!!
हर क्षण मैं प्रयासरत रहती हूं कि
कोई त्रुटि न हो जाए....
हां स्त्री हूं मैं
गर्व है मुझे अपने स्त्री होने पर..!!
गर्व है मुझे अपने स्त्री होने पर..!!
रचनाकार : अनीता सिंह
Comments