पुण्य देवी अहिल्याबाई होलकर की नगरी महेश्वर को योग नगरी घोषित करे सरकार : डा लता



भारतीय योगिनी महासंघ की संस्थापक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, महिला सम्मेलन का दिया सुझाव

भोपाल। भारतीय योगिनी महासंघ की संस्थापक एवं इंडिपेंडेंट डायरेक्टर  आईएल भरी उद्योग मंत्रालय डॉ आरएच लता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर तथा मप्र के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि आगामी 2026 के कुंभ को ध्यान रखते हुए पुण्य देवी अहिल्याबाई होलकर की नगरी  महेश्वर को योग नगरी के रूप में घोषित करें। डॉ लता ने इसके साथ ही महेश्वर में योग से जुड़ी महिलाओं का एक महिला महासम्मेलन भी करने का अनुरोध किया है। दरअसल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने 23 राज्यों में 3,295 करोड़ की से ज्यादा की लागत वाली 40 परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। परियोजनाओं का मकसद कम प्रसिद्ध स्थलों को विकसित करना और देश भर में पर्यटकों के बैलेंस डिस्ट्रीब्यूशन को बढ़ावा देना है। मध्यप्रदेश से इस सूची में ओरछा को शामिल किया गया है। डॉ लता ने बताया कि इस तर्ज पर महेश्वर को भी शामिल करने का आग्रह किया है।
अपने पत्र में डॉ. आर.एच. लता ने लिखा है कि वह वर्तमान में विक्की एसएससी डेवलपमेंट काउंसिल की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। इस नाते महिलाओं के आर्थिक पक्ष को बढ़ावा देने एवं मजबूत करने के लिए विभिन्न प्रकल्पों को चला रही हैं जो पूरे भारत में अच्छे से कार्य कर रहा है। डॉ लता ने कहा कि टूरिज्म और संस्कृति से संबंधित उद्यमी महिलाएं मेरे साथ जुड़ी हुई है। इन सब के साथ कार्य करते हुए मैंने पाया की मध्यप्रदेश में भी रोजगार, स्वास्थ्य और टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं लेकिन इसके लिए ठोस कार्य करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में डॉ लता ने लिखा है कि पुण्य सलिला देवी अहिल्याबाई होलकर की जन्म शताब्दी वर्ष में देवी अहिल्या होलकर जो कि महिलाओं की आदर्श है, प्रेरणा स्रोत है। उनको केंद्रित रखते हुए महेश्वर में एक महिला अध्यात्मिक महासम्मेलन करने का सुनिश्चित किया है और साथ ही वहां के टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए, जिस तरह भारत में योग के लिए ऋषिकेश को योग नगरी के रूप में चिन्हित किया है, इसी तरह योग के लिए दूसरा डेस्टिनेशन महेश्वर भी योग नगरी के रूप में घोषित हो। इससे टूरिज्म पर भी असर पड़ेगा और प्रदेश में लोगों को रोजगार प्राप्त होगा । इस घोषणा से प्रदेश का देश में नाम रोशन होगा।

विभिन्न दायित्वों के साथ 28 साल से योग में सक्रिय 

पत्र में डॉक्टर आर एच लता ने अपने कार्यों का उल्लेख करते हुए लेख किया है कि वह पिछले 28 सालों से विभिन्न दायित्वों के साथ योग्य क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। आयुष के कई प्रोजेक्ट के साथ भी स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान बेंगलुरु के गत 17 वर्षों से प्रभारी के तौर पर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में योग के प्रसार प्रचार के लिए कार्य करती रही हैं। इसके अलावा प्रदेश में योग के प्रसार प्रचार में अपना यथासंभव योगदान दिया है। पिछले 5 वर्षों से महिला सशक्तिकरण और महिला स्वावलंबन के लिए कार्य करते हुए एक भारतीय योगिनी महासंघ का भी गठन किया, जिसके अंतर्गत पिछले 5 वर्षों से एक अतंराष्ट्रीय योगिनी अवार्ड कार्यक्रम आयोजित करती हैं। इसमें  देश-विदेश से चयनित विशेष योगिनियों का सम्मान किया जाता है। यह सम्मान समारोह प्रति वर्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती के आश्रम परमार्थ निकेतन में आयोजित होता है

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