ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पहली बार होगी सेक्टर-वाइज समिट
संदीप सिंह गहरवार
भोपाल | मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अपने रणनीतिक प्रयासों से अब मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास के नए युग की ओर अग्रसर है। राज्य में निवेशकों को अधिक प्रभावी अवसर प्रदान करने के लिए आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पहली बार विभिन्न सेक्टर्स पर केंद्रित समिट का आयोजन किया जा रहा है। इस पहल के तहत शहरी विकास, पर्यटन, माइनिंग, रिन्यूएबल एनर्जी, आईटी और एमएसएमई जैसे छह प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष चर्चा होगी।
इस समिट में नीति-निर्माता, विशेषज्ञ और निवेशक एक मंच पर आकर औद्योगिक अवसरों, नीतिगत सुधारों और आर्थिक विकास की संभावनाओं पर संवाद करेंगे। इससे निवेश प्रक्रिया को अधिक सुगम, पारदर्शी और परिणामोन्मुखी बनाया जा सकेगा।
मध्यप्रदेश: देश का सबसे आकर्षक निवेश गंतव्य
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश की अद्वितीय भौगोलिक स्थिति, समृद्ध प्राकृतिक संसाधन, मजबूत बुनियादी ढांचा और उद्योग-अनुकूल नीतियां इसे देश का सबसे आकर्षक निवेश स्थल बनाती हैं। राज्य में शहरी विकास, पर्यटन, माइनिंग, रिन्यूएबल एनर्जी, आईटी और एमएसएमई जैसे क्षेत्र निवेशकों को अपार संभावनाएं प्रदान कर रहे हैं।
मध्यप्रदेश न केवल भारत का पहला डायमंड प्रोड्यूसिंग स्टेट है, बल्कि यह ग्रीन एनर्जी हब, विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल और उभरता हुआ टेक्नोलॉजी हब भी बन रहा है। जीआईएस में आयोजित होने वाली सेक्टर-विशेष समिट्स के माध्यम से सरकार निवेशकों को नीतिगत प्रोत्साहन, संसाधनों की उपलब्धता और औद्योगिक ईकोसिस्टम के बारे में विस्तृत जानकारी देगी, जिससे संभावित चर्चाएं वास्तविक निवेश प्रस्तावों में तब्दील हो सकेंगी।
मुख्य सेक्टर और उनकी संभावनाएं
✅ शहरी विकास : मध्यप्रदेश में स्मार्ट सिटी परियोजनाएं, मेट्रो रेल प्रोजेक्ट और लॉजिस्टिक्स हब इसे रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश का प्रमुख केंद्र बना रहे हैं। GIS में स्मार्ट और सतत् शहरों के निर्माण पर विशेष चर्चा होगी।
✅ पर्यटन: मध्यप्रदेश को ‘भारत का दिल’ कहा जाता है, जहां खजुराहो, उज्जैन, साँची, पचमढ़ी, कान्हा और बांधवगढ़ जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं। पर्यटन समिट में हॉस्पिटैलिटी, थीम-बेस्ड डेस्टिनेशन और एडवेंचर टूरिज्म में निवेश को बढ़ावा देने पर चर्चा होगी।
✅ माइनिंग: मध्यप्रदेश डायमंड, लाइमस्टोन, बॉक्साइट, कोयला, मैंगनीज और तांबा का प्रमुख उत्पादक है। पन्ना की डायमंड माइंस और विशाल कोयला भंडार इसे माइनिंग इंडस्ट्री के लिए आदर्श गंतव्य बनाते हैं। माइनिंग समिट में खनन आधारित उद्योगों और नीतिगत प्रोत्साहनों पर विचार किया जाएगा।
✅ रिन्यूएबल एनर्जी: मध्यप्रदेश तेजी से ग्रीन एनर्जी हब के रूप में उभर रहा है। रीवा सोलर प्लांट, ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट और ग्रीन हाइड्रोजन परियोजनाएं राज्य को नवकरणीय ऊर्जा में अग्रणी बना रही हैं। समिट में सौर, पवन और हाइड्रोजन ऊर्जा में निवेश की रणनीतियों पर चर्चा होगी।
✅ आईटी और टेक्नोलॉजी: मध्यप्रदेश अब आईटी और डिजिटल इनोवेशन का केंद्र बन रहा है। इंदौर आईटी हब, डेटा सेंटर पॉलिसी, स्टार्ट-अप ईकोसिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते अवसर निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। समिट में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और आईटी पार्क पर चर्चा होगी।
✅ एमएसएमई: राज्य का एमएसएमई सेक्टर उसकी आर्थिक रीढ़ है। वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट योजना, नए क्लस्टर और निर्यात प्रोत्साहन नीतियां इसे निवेश का प्रमुख क्षेत्र बना रही हैं। समिट में वित्तीय सहयोग, टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन और नए बाजारों पर चर्चा होगी।
नए निवेश अवसरों के साथ बढ़ेगा राज्य का आर्थिक विकास
मध्यप्रदेश सरकार निवेशकों को एक सुरक्षित, पारदर्शी और उद्योग-अनुकूल वातावरण देने के लिए प्रतिबद्ध है। जीआईएस का यह नया स्वरूप औद्योगिक विकास को नई गति देगा, रोजगार के अवसर बढ़ाएगा और राज्य की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। मध्यप्रदेश अब सिर्फ निवेश का केंद्र नहीं, बल्कि भारत के औद्योगिक भविष्य का निर्माण करने वाला प्रमुख राज्य बन रहा है।
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