भूमि पूजन करने आईं मंत्री, मधुमक्खियों ने लगवा दी दौड़



जान बचाकर दौड़ीं, काम नहीं आई सरकारी सुरक्षा व्यवस्था 

मंच से शुरू हुआ मधुमक्खियों का कहर, मच गई भगदड़

सतना (मध्य प्रदेश)।  नेता और मंत्री जहां जाते हैं, वहां सुरक्षा का इतना कड़ा घेरा होता है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता। लेकिन सतना में मधुमक्खियों ने इस सुरक्षा का ऐसा मजाक उड़ाया कि मंत्री और अधिकारी तक जान बचाकर भागने पर मजबूर हो गए!
शुक्रवार को सतना के सिविल लाइन इलाके में बन रहे शहीद स्मृति पार्क का भूमि पूजन समारोह था। राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी जैसे ही पूजा की तैयारी करने लगीं, अचानक सैकड़ों मधुमक्खियों का झुंड वहां आ धमका। मधुमक्खियों ने बिना किसी चेतावनी के ऐसा हमला किया कि पूरा कार्यक्रम स्थल जंग का मैदान बन गया। अफसर, नेता, सुरक्षा गार्ड—जो जहां था, वही से अपनी जान बचाने भागा! मंत्री प्रतिमा बागरी भी दौड़ती नजर आईं, उनके साथ अधिकारियों की भी हालत खराब हो गई।

सुरक्षा बेबस, मंत्री को भी भागना पड़ा

मंत्री और अधिकारी अक्सर वीआईपी सुरक्षा घेरे में चलते हैं, लेकिन यहां मधुमक्खियों ने सारी व्यवस्थाओं को ध्वस्त कर दिया। गार्ड, पुलिसकर्मी भी बचने के लिए इधर-उधर भागते दिखे। किसी को समझ नहीं आया कि आखिर क्या करें! लोग कुर्सियों के नीचे छिपने लगे, कुछ पेड़ों की ओर भागे, लेकिन मधुमक्खियों ने किसी को नहीं बख्शा।

कार्यक्रम स्थल बदला, फिर हुई पूजा

मधुमक्खियों के हमले से पूरा समारोह अस्त-व्यस्त हो गया। कार्यक्रम को तत्काल रोकना पड़ा और मंत्री समेत सभी लोगों को वहां से हटाया गया। आनन-फानन में कार्यक्रम का स्थान बदलकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अंदर भूमि पूजन संपन्न कराया गया।

मधुमक्खियां क्यों भड़कीं?

अब सवाल यह है कि आखिर मधुमक्खियों को गुस्सा क्यों आया? माना जा रहा है कि किसी पेड़ पर उनका छत्ता रहा होगा, जो कार्यक्रम के दौरान होने वाले शोर-शराबे और हलचल से प्रभावित हुआ होगा। इस गुस्से का नतीजा यह हुआ कि पूरे समारोह को भाग-दौड़ में बदलना पड़ा।

प्रकृति के आगे नहीं टिकती कोई सुरक्षा!

इस घटना ने साबित कर दिया कि नेताओं की सुरक्षा चाहे कितनी भी पुख्ता हो, लेकिन प्रकृति के आगे सब कुछ फेल हो सकता है! सतना में जो हुआ, वह किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था—जहां मंत्री और अफसर तक जान बचाने के लिए दौड़ते नजर आए!

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